भगवान शिव की पूजा और आराधना:
म
हा शिवरात्रि को भगवान शिव की पूजा और आराधना के लिए विशेष महत्व दिया जाता है।
संतों और महात्माओं की स्मृति:
इस दिन को संतों और महात्माओं की स्मृति में समर्पित किया जाता है।
उपवास और ध्यान:
भक्त इस दिन उपवास करते हैं और ध्यान में लगे रहते हैं।
सांस्कृतिक सामग्री:
इस
महोत्सव में सांस्कृतिक सामग्री का विशेष महत्व होता है जैसे धार्मिक गाने और कथाएं।
शिव की विशेष पूजा:
इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है जिसमें अर्चना, अभिषेक और विधिवत प्रणाम शामिल होते हैं।
धार्मिक संगीत और नृत्य
:
महा शिवरात्रि पर धार्मिक संगीत और नृत्य का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में भगवान शिव की दर्शन:
इस दिन कई तीर्थ स्थलों पर भगवान शिव की दर्शन करने का अवसर मिलता है।
अध्ययन और संशोधन:
इस दिन लोग धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन और संशोधन करते हैं।
सामाजिक एकता:
महा शिवरात्रि पर लोग एक-दूसरे के साथ सामाजिक एकता और प्रेम का संदेश फैलाते हैं।
आत्म-परिशुद्धि और स्वयं की अन्तरात्मा का संबल:
इस दिन लोग आत्म-परिशुद्धि और आत्मचिंतन के माध्यम से अपनी अंतरात्मा का संबल करते हैं।