पौराणिक कथाएं:शिवरात्रि के दिन पौराणिक कथाओं और किस्सों का सुनाना भी प्रचलित है, जो शिव के बारे में रोमांचक और शिक्षाप्रद होते हैं।
ध्यान और मेधा का महत्व: शिवरात्रि पर, ध्यान और मेधा का विशेष महत्व होता है। यह लोगों को अपने आत्मा के आध्यात्मिक गुणों को पहचानने और समझने के लिए प्रेरित करता है।
नृत्य और संगीत: शिवरात्रि के दिन, लोग नृत्य और संगीत का आनंद लेते हैं, जो शिव की कृपा और आशीर्वाद का प्रतीक होता है।
महामृत्युंजय मंत्र: शिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने का विशेष महत्व होता है, जो लोगों को रोग, कष्ट और संकट से रक्षा करने की शक्ति प्रदान करता है।
कांवड़ यात्रा:शिवरात्रि के अवसर पर, कांवड़ यात्रा भी की जाती है, जिसमें शिव की प्रतिमा को लेकर यात्रियाँ करते हैं।
कवचित शिव कथाएं: शिवरात्रि पर कवचित शिव कथाएं सुनाई जाती हैं, जो शिव के बारे में महत्वपूर्ण उपदेश और सिद्धांतों को साझा करती हैं।